देहरादून। Tirupati Prasad Controversy : तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावटी घी को लेकर विवाद के बाद प्रदेश सरकार भी एक्शन मोड में आ गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत के निर्देशों पर खाद्य संरक्षा एवं औषधि नियंत्रक विभाग ने प्रदेशभर में देसी घी और मक्खन में मिलावट के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है।
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देसी घी और मक्खन के साथ ही मिठाई की दुकानों से भी सैंपल लिए गए
देसी घी और मक्खन के साथ ही मिठाई की दुकानों से भी सैंपल लिए गए। स्वास्थ्य सचिव और खाद्य आयुक्त डा. आर राजेश कुमार ने कहा कि राज्य में मिलावटी घी और मक्खन बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को पत्र लिखकर लड्डू का सैंपल लेकर जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही बाजार में बिकने वाले घी की जांच के लिए भी कहा गया है।
क्या है पूरा विवाद (Tirupati Prasad Controversy)
आंध्र के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दो दिन पहले लैब रिपोर्ट के हवाले से दावा किया था कि, मंदिर के प्रसादम में प्रयोग होने वाले शुद्ध घी में जानवरों की चर्बी मिली हुई है। भगवान तिरुपति के प्रसादम बनाने में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। लड्डुओं में घी के बजाय जानवरों की चर्बी का उपयोग किया गया। ये मिलावट पिछली सरकार के दौरान दिए गए घी के ठेके के चलते हुई है।
सीएम ने कहा था कि इस भ्रष्टाचार में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले में सरकार की ओर से कई लोगों के खिलाफ एक्शन भी लिया जा चुका है।