Manipur : मणिपुर के बिष्णुपुर में फिर झड़प, 17 लोग घायल

0
47

Manipur : मणिपुर में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। गुरुवार को कांगवई और फौगाकचाओ इलाके में हिंसा भड़की है। बताया जा रहा है कि कुछ प्रदर्शनकारी और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हो गई। अधिकारियों ने बताया कि हालात पर काबू करने के लिए सेना और आरएएफ के जवानों ने आंसू गैस के गोले दागे। इस दौरान 17 प्रदर्शनकारी घायल हो गए।

Gyanvapi Survey : कोर्ट के फैसले के बाद वाराणसी डीएम ने बताया कबसे शुरू होगा सर्वे

इंफाल में कर्फ्यू

उधर, जिला प्रशासन ने इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम से कर्फ्यू में ढील को वापस ले लिया है। एहतियात के तौर पर पूरे इंफाल घाटी में रात के कर्फ्यू के अलावा दिन के दौरान भी प्रतिबंध लगा दिया है। उधर, मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर विपक्षी दलों का संसद में हंगामा जारी है। गुरुवार को भी विपक्षी दलों ने संसद में जमकर हंगामा और नारेबाजी की। हंगामे के चलते संसद की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा।

मणिपुर हाईकोर्ट का अहम आदेश (Manipur)

उधर, गुरुवार तड़के मणिपुर हाईकोर्ट ने अहम आदेश दिया। हाईकोर्ट ने प्रस्तावित भूमि के संबंध में यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया है। इस भूमि पर हिंसा में मारे गए कुकी समुदाय के सदस्यों के शवों को सामूहिक रूप से दफनाया जाना था। हाईकोर्ट ने कहा कि ऐसा करने से पहले से ही अस्थिर कानून और व्यवस्था की स्थिति फिर बिगड़ सकती है।

यह है मामला

गौरतलब है, मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हुई थीं। राज्य में तब से अब तक कम से कम 160 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।

Delhi Services Bill : YSRCP और BJD ने किया सरकार का समर्थन