हरिद्वार: Niranjani Akhara निरंजनी अखाड़ा की आज अहम बैठक चल रही है। जिसमें कई संत शामिल हैं। वहीं, बिल्केश्वर मंदिर के संचालक बलबीर पुरी को निरंजनी अखाड़े में प्रयागराज बाघम्बरी मठ का महंत घोषित किया। यह घोषणा निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज में अखाड़े में सचिव रविंद्र पुरी तथा अन्य संतों की उपस्थिति में की।
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गुरुवार को निरंजनी अखाड़े की अहम बैठक सुबह 11:30 बजे अखाड़े में हुई। बैठक में भाग लेने के लिए अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रवींद्र पुरी और बिल्केश्वर मंदिर के संयोजक बलवीर गिरी हरिद्वार पहुंचे। अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि पहले से हरिद्वार में मौजूद हैं। अखाड़े के सचिव रविंद्र पुरी ने बताया कि बैठक में बलवीर गिरि को प्रयागराज बाघम्बरी मठ का श्रीमहंत बनाने की घोषणा होगी। अखाड़े से जुड़े कई आश्रमों, मठ मंदिर और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद से जुड़े अखाड़ों के संतों के बैठक में शामिल होगी की संभावना है।
Niranjani Akhara: महंत घोषित करते ही निरंजनी अखाड़े में विवाद शुरू
बलवीर पुरी को प्रयागराज बाघम्बरी मठ का महंत घोषित करते ही निरंजनी अखाड़े में विवाद शुरू हो गया है। महंत घोषित किया गया बलवीर पुरी हैं या गिरी इसे लेकर विवाद शुरू हुआ और कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं। अखाड़े में कुल 18 मणियों में से 10 पर काबिज गिरियों ने आपत्ति जताते हुए आरोप लगाया है। बाघम्बरी मठ का महंत गिरि मणि में से ही कोई सन्यासी हो सकता है, जबकि बलवीर पुरी पूरी मणि के हैं। इस लिहाज से उनका अधिकार मठ पर नहीं बनता है।
इस मामले में अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है
उन्होंने इस मामले में अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी का कहना है कि मामला अखाड़े से संबंधित है इसलिए उनका इस पर कुछ भी कहना उचित नहीं। वहीं उन्होंने बताया कि व्यवस्था के संचालन के लिए अखाड़े की ओर से पांच सदस्यीय मॉनिटरिंग कमेटी का भी गठन किया गया है, जिसके सदस्यों की घोषणा शुक्रवार को अखाड़े में की जाएगी।