आयुक्त गढवाल एवं उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत जी तथा पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज द्वारा प्राप्त दिशानिर्देशों के क्रम में आगामी चार धाम यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। यद्यपि धामों के कपाट पूर्व निर्धारित तिथियों पर सांकेतिक रुप से खुलेंगे, परंपरागत रुप से पूजा अर्चना चलती रहेगी। वर्तमान समय पूरे देश में कोरोना महामारी प्रसार को देखते हुए तीर्थ यात्रा पर किसी को आने की अनुमति नहीं रहेगी। अग्रिम आदेशों तक कोरोना महामारी को देखते हुए चारधाम यात्रा पूर्णत स्थगित रहेगी।
केवल पूजा परंपरा से जुड़े लोग को ही धामों में जाने की अनुमति रहेगी।
चारों धामों के कपाट अपनी पूर्व निर्धारित तिथियों पर खुलेंगे। पूजाएं चलती रहेगी। इस दौरान पूजा परंपरा से जुड़े लोग रावल, पुजारीगण सहित सीमित संख्या में तीर्थपुरोहित, हकहकूकधारी मौजूद रहेंगे। जो भी लोग चारों धाम जायेंगे उनकी कोरोना टेस्ट करवाना अनिवार्य होगा , वही लोग धामों में जायेंगे जिनकी कोरोना जांच रिपोर्ट नैगेटिव रही हो। धामों में जाने हेतु संबंधित जिलाधिकारियों की अनुमति अपेक्षित रहेगी। केंद्र एवं प्रदेश सरकार के कोविड प्रोटोकाल का हर हाल में पालन सुनिश्चित किया जायेगा। इसके लिए अतिशीघ्र आदेश जारी होंगे।
उल्लेखनीय है कि इस यात्रावर्ष बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई प्रात: 4.15, श्री केदारनाथ धाम के कपाट 17 मई 5 बजे, गंगोत्री धाम के कपाट 15 मई प्रात: 7.31 तथा यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया 14 मई दिन 12.15 बजे खुल रहे है जबकि द्वितीय केदार मदमहेश्वर जी के कपाट 24 मई, तृतीय केदार तुंगनाथ तथा चतुर्थकेदार रूद्रनाथ के कपाट 17 मई को खुल जायेंगे जबकि हेमकुंड साहिब एवं लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के यात्रा की तिथि अलग से घोषित होनी है।
गढ़वाल आयुक्त ने बताया कि आज पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज द्वारा चारधाम के कपाट खुलने के संदर्भ में वर्चुअल बैठक आयोजित की गयी जिसमें चारधामों के कपाट खुलने के संबंध में दिशानिर्देश दिये गये। वर्चुअल बैठक में सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर,गढ़वाल आयुक्त सहित, उप सचिव पर्यटन जुगल किशोर पंत, देवस्थानम बोर्ड के अपरमुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी.सिंह, उपनिदेशक विवेक चौहान, सहित जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक चमोली, रूद्रप्रयाग, उत्तरकाशी भी शामिल हुए।
निश्चय हुआ कि कपाट खुलने के दौरान कोविड प्रोटोकाल का पालन सुनिश्चित होगा।