नई दिल्ली। Tokyo Paralympics 2020: भारतीय एथलीट विनोद कुमार ने रविवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए टोक्यो पैरालिंपिक में कांस्य पदक हासिल किया था। पदक की घोषणा होने के बाद उसपर विचार करने का फैसला लिया गया। कमेटी ने एक दिन बात इस पर फैसला देते हुए उनको अमान्य करार कर पदक ना देने की घोषणा की।
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इस फैसले के आने के बाद से ही भारत में काफी हलचल
Tokyo Paralympics 2020: रविवार शाम को इस फैसले के आने के बाद से ही भारत में काफी हलचल मची हुई थी। सभी इस बात को जानना चाहते थे कि भारतीय एथलीट के पदक पर कमेटी क्या फैसला करेगी। सोमवार को इस बात की घोषणा की गई है कि इस इवेंट में विनोद को अमान्य करार दिया जाता है जिसके बाद कांस्य पदक भी उनको नहीं मिल सकता।
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक विनोद का कांस्य पदक को लेकर कमेटी में चर्चा की गई और फिर पैरालिंपिक टेकनिकल डेलिगेट्स ने यह फैसला लिया कि विनोद डिसकस एफ 52 क्लास में भाग लेने के लिए मान्य ही नहीं हैं।उन्होंने इस इवेंट में जो भी प्रदर्शन किया और इसके आधार पर मेडल का फैसला हुआ वह अमान्य करार दिया जाता है। इसके बाद अब वह हासिल किया हुआ कांस्य पदक गंवा देते हैं।
विनोद का कांस्य पदक जीतने की जानकारी साई ने भी दी थी
गौरतलब है कि विनोद का कांस्य पदक जीतने की जानकारी साई ने भी दी थी। इस भारतीय एथलीट ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एशियन रिकार्ड बनाया था। उन्होंने डिस्कस थ्रो F-52 इवेंट के फाइनल में ये कमाल किया और 19.91 मीटर तक डिस्कस फेंका। इसके साथ ही उन्होंने एशियाई रिकार्ड भी कायम कर लिया।