नई दिल्ली। PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘उज्ज्वल भारत उज्जवल भविष्य-पावर @2047’ कार्यक्रम में लिया हिस्सा। इस दौरान पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से विद्युत क्षेत्र के लिए पुनर्निर्मित वितरण क्षेत्र योजना का शुभारंभ किया। साथ ही पीएम मोदी ने 5200 करोड़ रुपये से अधिक की एनटीपीसी की विभिन्न हरित ऊर्जा परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। इस दौरान पीएम ने कहा कि पिछले 8 वर्षों में देश में लगभग 1 लाख 70 हज़ार मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता जोड़ी गई है। वन नेशन वन पावर ग्रिड आज देश की ताकत बन चुका है। पूरे देश को जोड़ने के लिए लगभग 1 लाख 70 हजार सर्किट किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइन्स बिछाई गईं हैं।
Uttarakhand Politics: उत्तराखंड BJP में बड़ा बदलाव, महेंद्र भट्ट बनाए बने नए प्रदेश अध्यक्ष
राजनीति में जनता को सच बताने का साहस होना चाहिए- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने जोर देते हुए कहा कि समय के साथ हमारी राजनीति में एक गंभीर विकार आता गया है। राजनीति में जनता को सच बताने का साहस होना चाहिए, लेकिन हम देखतें हैं कि कुछ राज्यों में इससे बचने की कोशिश होती है। ये रणनीति तात्कालिक रूप से अच्छी राजनीति लग सकती है। लेकिन ये आज के सच, आज की चुनौतियों, अपने बच्चों के लिए, अपनी भावी पीढ़ियों के लिए टालने जैसा है।
पीएम मोदी बोले- राज्यों पर 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक का बकाया है
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि देश को ये जानकर हैरानी होगी कि अलग-अलग राज्यों का 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक का बकाया है। ये पैसा उन्हें पावर जेनरेशन कंपनियों को देना है। पावर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनियों का अनेक सरकारी विभागों, स्थानीय निकायों पर भी 60 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक बकाया है। अलग-अलग राज्यों में बिजली पर सब्सिडी का जो कमिटमेंट किया गया है, वो पैसा भी इन कंपनियों को समय पर पूरा नहीं मिल पाता। ये बकाया भी 75 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक का है। यानि बिजली बनाने से लेकर घर-घर पहुंचाने तक का जिम्मा जिनका है, उनका लगभग ढाई लाख करोड़ रुपए फंसा हुआ है। जिन राज्यों के बकाया हैं, मेरा उनसे आग्रह है कि वे जितना जल्दी संभव हो सके सब क्लीयर करें। साथ ही उन कारणों पर भी ईमानदारी से विचार करें कि जब देशवासी ईमानदारी से अपना बिजली का बिल चुकाते हैं, तब भी कुछ राज्यों का बार-बार बकाया क्यों रहता है?
बिजली के बिना जीवन की कोई कल्पना नहीं कर सकता- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि आज के समय में बिजली के बिना जीवन की कोई कल्पना ही नहीं कर सकता है। मेरे लिए बहुत संतोष का विषय है कि बीते वर्षों में हमने ऊर्जा के क्षेत्र में पिछली बहुत सी कमियों को दूर कर पॉवर सेक्टर को मजबूती दी है। पीएम ने आगे कहा कि आपको याद होगी कि आजादी के 70 साल बाद भी देश के 18 हजार गांवों तक बिजली नहीं पहुंच सकी थी। आज के नए भारत में गांवों गांवों में लोग बिजली का बिजली का उत्पादन कर सकें, इस दिशा में काम हो रहा है।
अगले 25 वर्षों में भारत की प्रगति को गति देगा पावर सेक्टर- पीएम
पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि अगले 25 वर्षों में भारत की प्रगति को गति देने में एनर्जी सेक्टर, पावर सेक्टर की बहुत बड़ी भूमिका है। एनर्जी सेक्टर की मजबूती Ease of Doing Business के लिए भी जरूरी है और Ease of Living के लिए भी उतनी ही अहम है।
ग्रीन हाइड्रोजन के दो बड़े प्रोजेक्ट पर आज से काम शुरु- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि लद्दाख और गुजरात में ग्रीन हाइड्रोजन के दो बड़े प्रोजेक्ट पर आज से काम शुरु हो रहा है। लद्दाख में लग रहा प्लांट देश में गाड़ियों के लिए ग्रीन हाईड्रोजन का उत्पादन करेगा। ये देश का पहला प्रोजेक्ट होगा, जो ग्रीन हाइड्रोजन आधारित ट्रांसपोर्ट के कमर्शियल इस्तेमाल को संभव बनाएगा।
वन नेशन वन पावर ग्रिड आज देश की ताकत बना- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने आगे कहा कि 8 साल पहले हमने देश के पावर सेक्टर के हर अंग को ट्रांसफॉर्म करने का बीड़ा उठाया। बिजली व्यवस्था सुधारने के लिए चार अलग-अलग दिशाओं में एक साथ काम किया गया। जिसमें जनरेशन, ट्रांसमिशन, डिस्ट्रीब्यूशन और कनेक्शन पर जोर दिया गया। पीएम ने कहा कि पिछले 8 वर्षों में देश में लगभग 1 लाख 70 हज़ार मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता जोड़ी गई है। वन नेशन वन पावर ग्रिड आज देश की ताकत बन चुका है।
पीएम मोदी बोले- आज हम अपने लक्ष्य के करीब पहुंचे
पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि हमने आजादी के 75 साल पूरे होने तक 175 गीगावॉट रीन्युएबल एनर्जी कैपेसिटी तैयार करने का संकल्प लिया था। आज हम इस लक्ष्य के करीब पहुंच चुके हैं। अभी तक गैर जीवाश्म स्रोत से लगभग 170 गीगावॉट कैपेसिटी स्थापित की जा चुकी है। इसी कड़ी में आज दो और बड़े सोलर प्लांट्स देश को मिले हैं। तेलंगाना और केरला में बने ये प्लांट्स देश के पहले और दूसरे नंबर के सबसे बड़े फ्लोटिंग सोलर प्लांट्स हैं।
सरकार का जोर बिजली की बचत करने पर भी है- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि सरकार का जोर बिजली का उत्पादन बढ़ाने के साथ ही बिजली की बचत करने पर भी है। बिजली बचाना यानि भविष्य सजाना है। पीएम कुसुम योजना इसका एक बेहतरीन उदाहरण है। हम किसानों को सोलर पंप की सुविधा दे रहे हैं, खेतों के किनारे सोलर पैनल लगाने में मदद कर रहे हैं। आज स्थापित सौर क्षमता के मामले में भारत, दुनिया के टॉप 4-5 देशों में है। दुनिया के सबसे बड़े सोलर पावर प्लांट्स में से अनेक आज भारत में हैं।
राष्ट्रीय सोलर रूफटॉप पोर्टल का किया शुभारंभ
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय सोलर रूफटॉप पोर्टल का भी शुभारंभ किया। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने बिजली मंत्रालय के प्रमुख कार्यक्रम, पुनर्निर्मित वितरण क्षेत्र योजना का शुभारंभ किया। जिसका उद्देश्य डिस्कॉम कंपनियों और बिजली विभागों की परिचालन क्षमता तथा वित्तीय स्थिति में सुधार करना है। वित्त वर्ष 2021-22 से वित्त वर्ष 2025-26 तक पांच वर्षों की अवधि के लिए 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक के परिव्यय के साथ इस योजना का उद्देश्य बिजली वितरण के बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण और सुदृढ़ीकरण के लिए डिस्कॉम कंपनियों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। ताकि उपभोक्ता के लिए आपूर्ति की गुणवत्ता और विश्वसनीयता में सुधार हो सके।
कई राज्यों को मिलेगा लाभ
पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने तेलंगाना के 100 मेगावाट रामागुंडम फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट और केरल के 92 मेगावाट कायमकुलम फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया। इसके अलाव पीएम ने राजस्थान में 735 मेगावाट की नोख सौर परियोजना, लेह में ग्रीन हाइड्रोजन मोबिलिटी परियोजना और गुजरात में कावास प्राकृतिक गैस के साथ ग्रीन हाइड्रोजन सम्मिश्रण परियोजना की आधारशिला रखी। रामागुंडम परियोजना भारत की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर पीवी परियोजना है, जिसमें 4.5 लाख ‘मेड इन इंडिया’ सोलर पीवी मॉड्यूल हैं। कायमकुलम परियोजना दूसरी सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर पीवी परियोजना है, जिसमें पानी पर तैरते 3 लाख ‘मेड इन इंडिया’ सोलर पीवी पैनल शामिल हैं।
Uttarakhand Weather Alert : बदरीनाथ हाईवे का 15 मीटर हिस्सा बहा