Jharkhand : सीता सोरेन ने झामुमो से दिया इस्तीफा; भाजपा में हुईं शामिल

0
67

Jharkhand :  मंगलवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक सीता सोरेन ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। खबरों ने अनुसार सीता सोरेन भाजपा में शामिल हो गई हैं। सीता सोरेन झामुमो मुक्ति मोर्चा के प्रमुख रहे शिबू सोरेन की बड़ी बहू और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी हैं। बता दें कि वह दुमका की जामा विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रह चुकी हैं।

Pashupati Paras : पशुपति पारस की इंडी महागठबंधन में जाने की अटकलें तेज

नोट के बदले वोट केस मामले में आया था नाम (Jharkhand)

हाल ही में नोट के बदले वोट केस मामले में सीता सोरेन का नाम तेजी से सामने आया था। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि उन्हें विशेष सीबीआई अदालत के समक्ष मुकदमे का सामना करना होगा।

जेएमएम के नेता मनोज पांडे ने कहा, ‘मेरे पास इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है लेकिन अगर यह सच है तो यह बहुत बुरी खबर है। हम उन्हें पार्टी का एक महत्वपूर्ण सदस्य मानते हैं। हमें उम्मीद है कि वह फिर से विचार करेंगी। इस पार्टी से उन्हें जिस तरह का सम्मान मिला है, मुझे नहीं लगता कि उन्हें कहीं और मिलेगा। अगर वह उन लोगों के प्रभाव में आती है जो हमारा विरोध करते हैं तो वह खुद को नुकसान पहुंचा रही है।’

कौन हैं सीता सोरेन ?

साल 2009 में शिबू सोरेन के बड़े बेटे व झामुमो के तत्कालीन महासचिव दुर्गा सोरेन की बोकारो में संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई थी। वह उस वक्त महज 39 साल के थे। मौत की वजह किडनी फेल होना बताया गया।

बड़े भाई के निधन के बाद ही हेमंत सोरेन का पार्टी में कद बढ़ा। हालांकि, बावजूद इसके हेमंत की कैबिनेट में कभी उन्हें शामिल नहीं किया गया। कहा जाता है, इसे लेकर कहीं न कहीं वह गुस्से में हैं। सीता सोरेन अक्सर राज्य में अवैध खनन और परिवहन के मुद्दे को लेकर मुखर रही हैं।

ओडिशा के मयूरभंज में पैदा हुईं सीता सोरेन 12वीं तक की पढ़ाई की हैं। उनके पिता का नाम बोदु नरायन मांझी और मां का नाम मालती मुर्मू हैं। उनकी तीन बेटियां हैं। सीता सोरेन पढ़ने की भी शौकीन हैं और साहित्य के क्षेत्र में मुंशी प्रेमचंद्र को अपना आदर्श मानती हैं।

साल 2021 के अक्टूबर में उनकी दो बेटियों राजश्री सोरेन और जयश्री सोरेन ने अपने पिता के नाम पर एक पार्टी का गठन किया था। इसका नाम दुर्गा सोरेन सेना रखा गया।

दोनों बेटियों ने कहा था कि इसका मकसद राज्य में भ्रष्टाचार, विस्थापन, जमीन की लूट समेत अन्य मसलों पर संघर्ष करना है। उनकी बेटी राजश्री ने बिजनेस मैनेजमेंट और जयश्री ने कानून की पढ़ाई की है।

Shakti Row : राहुल गांधी के ‘शक्ति’ प्रदर्शन पर सियासी संग्राम

LEAVE A REPLY