नई दिल्ली। Buddhist Summit वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने बुद्ध के विचारों का स्मरण किया। अपने संबोधित में पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया युद्ध, आर्थिक अस्थिरता, आतंकवाद, धार्मिक उग्रवाद और जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों से गुजर रही है, ऐसे में भगवान बुद्ध के विचार इन समस्याओं का समाधान पेश करते हैं।
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भारत बुद्ध द्वारा दिखाए गए मार्ग का अनुसरण कर रहा है : पीएम
सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने आगे कहा कि यह समय की मांग है कि लोग और राष्ट्र अपने हितों के साथ वैश्विक हितों को भी प्राथमिकता दें। दुनिया को गरीबों और संसाधनों की कमी वाले देशों के बारे में सोचना होगा। साथ ही पीएम ने जोर देकर कहा कि भारत बुद्ध द्वारा दिखाए गए मार्ग का अनुसरण कर रहा है।
बुद्ध के विचारों पर आगे बढ़ रहा है भारत
पीएम मोदी ने कहा कि बुद्ध का मार्ग सिद्धांत, अभ्यास और अहसास है। पिछले 9 वर्षों में भारत इन तीनों ही बिन्दुओं पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। भूकंप की चपेट में आने के बाद तुर्किये सहित अन्य लोगों की मदद करने वाले देश का हवाला देते हुए पीएम ने कहा कि भारत ने हर इंसान के दर्द को अपना माना है।
20 और 21 अप्रैल को वैश्विक बौद्ध शिखर का सम्मेलन आयोजित
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने बुद्ध के विचारों को प्रचारित करने और गुजरात में उनके जन्मस्थान और उनके लोकसभा क्षेत्र वाराणसी के साथ बौद्ध धर्म के गहरे संबंधों को उजागर करने का लगातार प्रयास किया है। शिखर सम्मेलन 20 और 21 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ के सहयोग से संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है। दो दिवसीय शिखर सम्मेलन (Buddhist Summit) का विषय “समकालीन चुनौतियों का जवाब: अभ्यास के लिए दर्शन” पर आधारित है।