Heavy Rain-Flood: मध्यप्रदेश और राजस्थान में भारी बारिश का अलर्ट

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Heavy Rain-Flood:  देश के कई राज्यों में हो रही भारी वर्षा से नदी-नाले उफान पर हैं और कई शहरों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। सबसे बुरा हाल मध्यप्रदेश, राजस्थान, हिमाचल, उत्तराखंड और यूपी के कुछ इलाकों का है। मध्यप्रदेश व राजस्थान के कई शहरों में स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। भारी बारिश (Heavy Rain-Flood)  के साथ तेज हवाओं से व्यापक नुकसान की खबर है। पेड़ उखड़कर बिजली लाइनों पर गिरने से बत्ती गुल होने व सड़क मार्ग बंद होने की भी खबरें आ रही हैं। कई इलाके जलमग्न हो गए हैं।

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मध्यप्रदेश के 39 जिलों में रेड अलर्ट, भोपाल बना ताल, कई इलाके जलमग्न

मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश के 39 जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी देते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। आगामी 24 घंटे में भोपाल में भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग ने दी है। भोपाल में बीते 24 घंटों में करीब 8 इंच बारिश दर्ज की गई है। बारिश के कहर के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त है। अति भारी बारिश (Heavy Rain-Flood) और तेज हवा के कारण कई जगहों पर पेड़ धराशायी हो गए हैं। भोपाल के कई हिस्सों में बिजली बंद कर दी गई है। सीएम आवास के पास श्यामला हिल्स स्थित वर्धमान अपार्टमेंट के पास एक पेड़ कार पर जा गिरा, जिससे कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई।

माउंट आबू की नक्की लेक ओवरफ्लो हो गई है

बीते 24 घंटों में मध्यप्रदेश के अलावा उत्तराखंड, झारखंड, ओडिशा व यूपी के भी कई क्षेत्रों में बारिश से लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। पहाड़ी राज्यों उत्तराखंड व हिमाचल में हुई भारी बारिश के कारण गंगा-यमुना में उफान आने से यूपी के वाराणसी व प्रयागराज में किनारे की बस्तियों में पानी भर गया।

राजस्थान के 10 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

मौसम केंद्र जयपुर से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में 23 अगस्त तक भारी बारिश (Heavy Rain-Flood) के आसार बन रहे हैं। यहां डीप डिप्रेशन के चलते मानसून सिस्टम एक्टिव है। आज झालावाड़, प्रतापगढ़ और बारां में बहुत ज्यादा भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। कोटा जिले के सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। अगले 24 घंटे के भीतर कोटा संभाग में इसका सबसे ज्यादा असर देखने को मिलेगा। सोमवार को कई जिलों में भारी से अति भारी बरसात का रेड अलर्ट जारी किया गया है। बारां, झालावाड़ और प्रतापगढ़ शामिल हैं, जबकि 10 जिलों में अति भारी बारिश का रेड अलर्ट और 10 जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।

कोटा, बूंदी, टोंक, सवाईमाधोपुर, चित्तौड़गढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर और पाली में ऑरेंज अलर्ट है। यहां आठ इंच से ज्यादा (205 मिलीमीटर तक) बरसात होगी। भीलवाड़ा, राजसमंद, सिरोही, अजमेर, जयपुर, दौसा, करौली, अलवर, सीकर, नागौर, बीकानेर और जोधपुर में चार इंच से ज्यादा (65 से 115 मिलीमीटर तक) बारिश होगी।

वाराणसी व प्रयागराज की बस्तियों में भरा पानी

पहाड़ी राज्यों उत्तराखंड और हिमाचल में भी भारी बारिश (Heavy Rain-Flood)  के कारण गंगा-यमुना उफान पर हैं। यूपी के वाराणसी व प्रयागराज में किनारे की बस्तियों में पानी भर गया। हजारों लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है। वाराणसी में सांकेतिक गंगा आरती ही करने के निर्देश दिए गए हैं।

गढ़वाल के रिजॉर्ट में फंसे 29 लोगों को निकाला

हिमाचल प्रदेश के मंडी में शनिवार को तेज बारिश के बाद आई बाढ़ में कई लोग बह गए थे। इनमें से पांच अब भी लापता हैं। राज्य में अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, उत्तराखंड में 13 लोग लापता हैं। उधर, पौड़ी गढ़वाल में रिजॉर्ट में फंसे 29 लोगों को एसडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित निकाल लिया। उत्तराखंड आपदा प्रबंधन बल ने राहत अभियान में हेलिकॉप्टर भी लगाए हैं।

ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे बंद

ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे के ऊपर पहाड़ी का बड़ा हिस्सा धंसने से कुम्हारखेड़ा के पास मार्ग बंद हो गया। राजमार्ग पर आवागमन ठप होने से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। रविवार शाम तक आवागमन आरंभ नहीं हो पाया था। पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश के कारण गंगा उफान पर है।

बिजनौर के ब्रह्मपुरी में घुसा गंगा का पानी

इधर, यूपी के बिजनौर के ब्रह्मपुरी गांव के कुछ घरों में गंगा का पानी घुस गया। इसके बाद उन्होंने तटबंध पर बसेरा बना लिया है। गंगा का पानी भरने से जलीलपुर-सलेमपुर मार्ग भी बाधित हो गया। पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश से गंगा खादर में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। ब्रह्मपुरी गांव के कुछ घरों में गंगा का पानी घुस गया, जिसके बाद उन्होंने तटबंध पर बसेरा बना लिया है। गंगा का पानी भरने से जलीलपुर-सलेमपुर मार्ग भी बाधित हो गया। बिजनौर बैराज पर गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 30 सेमी कम 219.70 मीटर पर बना हुआ है।

ओडिशा में 1.2 लाख लोगों को सुरक्षित निकाला गया

ओडिशा के बालासोर और मयूरभंज में 8 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित है। स्वर्णरेखा और बैतरणी नदी कई जगह खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। 1.2 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। राज्य में बाढ़ से मरने वालों की संख्या छह हो गई है। राज्य पहले से ही लगातार बारिश के कारण महानदी की बाढ़ से जूझ रहा है। सात लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। इस बीच, संबलपुर जिले कुचिंडा इलाके में दो शव बरामद हुए हैं, जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गई। झारखंड में रामगढ़ में नलकारी नदी में आई बाढ़ में 6 बच्चे बह गए, इनमें से 4 शव बरामद हुए हैं।

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