हरिद्वार: Kanwar Yatra 14 जुलाई यानी गुरुवार से भोले की भक्ति का पर्व शुरू हो रहा है। जो आगामी 26 जुलाई तक जारी रहेगा। इस वर्ष कोरोना काल के बाद कांवड़ यात्रा में हरियाणा, उत्तर प्रदेश सहित देश के अन्य कोनों से चार करोड़ से अधिक कांवड़ियों के आने का अनुमान है।
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हरिद्वार से लेकर नीलकंठ तक 10 हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। डीआइजी गढ़वाल परिक्षेत्र की ओर से 10 निरीक्षक, 35 दारोगा, 41 महिला दारोगा, 30 हेड कांस्टेबल, 170 कांस्टेबल, 55 महिला कांस्टेबल, दो निरीक्षक यातायात, चार उपनिरीक्षक, सात हेड कांस्टेबल और 20 कांस्टेबल यातायात ड्यूटी में नीलकंठ व हरिद्वार में लगाए गए हैं।
रजिस्ट्रेशन अनिवार्य नहीं
डीजीपी ने कहा कि कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) में पहली बार रजिस्ट्रेशन व्यवस्था शुरू की गई है। रजिस्ट्रेशन अनिवार्य नहीं किया गया है, लेकिन कांवड़ यात्रियों को अपनी व पुलिस की सुविधा के लिए रजिस्ट्रेशन कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी श्रद्धालुओं के लिए उत्तराखंड पुलिस की ओर से रजिस्ट्रेशन के लिए पोर्टल
कांवड़ियों को इन बातों का रखना होगा ध्यान
कांवड़ यात्रा के दौरान जुगाड़ वाहन पूरी तरह से प्रतिबंधित।
कांवड़ की ऊंचाई अधिक से अधिक 7 फुट रहेगी।
कांवड़ियों को अपना पहचान पत्र लाना भी अत्यंत आवश्यक है।
अंतरराज्यीय बैरियर, चेक पोस्ट पर संयुक्त जांच होगी।
हरिद्वार से दिल्ली व मेरठ वापस जाने के लिए कांवडिय़ों के लिए हाईवे के बायीं ओर को उपयोग करने का निर्णय लिया
गया है। साथ ही इस दौरान लगने वाले शिविर एवं भंडारे हाईवे के बायीं ओर ही मुख्य मार्ग से 15 फीट दूर लगाए जाएंगे।
डीजे एवं शिविरों पर बजने वाले गानों की मानिटरिंग की जाएगी। कांवडिय़ों से अपील है कि कोई ऐसा गीत न बजाएं, जिससे किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हों।
कांवडिय़े जहां से आ रहे हैं वहां के संबंधित थाने में यात्रा के लिए जाने वाले कुल कांवडिय़ों की संख्या, वाहन नंबर, मोबाइल नंबर व ग्रुप लीडर का नाम और मोबाइल नंबर की सूचना देनी होगी।
पुलिस उप महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र करन सिंह नगन्याल ने बताया कि कांवड़ यात्रियों के लिए मसूरी जाना प्रतिबंधित किया गया है।
जनपद पौड़ी गढ़वाल के विकासखंड यमकेश्वर के अंतर्गत यात्रा मार्ग में स्थित प्राथमिक विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र, निजी स्कलों में प्रत्येक सोमवार तथा शनिवार को बंद रखने के साथ ही 24, 25 तथा 26 जुलाई को भी बंद रखने के निर्देश दिए हैं।
कांवड़ मेले (Kanwar Yatra) को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने देहरादून से चलने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों के रायवाला व मोतीचूर रेलवे स्टेशन पर दो मिनट के लिए ठहरने की व्यवस्था की है। जिससे कांवड़ मेला यात्रियों को अधिक से अधिक ट्रेन उपलब्ध हो सकेंगी।
Information department: के साथ प्रमुख सचिव अभिनव कुमार ने की बैठक