नई दिल्ली। johnson and johnson: कोरोना वैक्सीन को लेकर देश में एक और खुशखबरी आई है। भारत को जल्द पहली सिंगल डोज कोरोना वैक्सीन मिल सकती है। अमेरिका की जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी ने भारत में अपनी सिंगल डोज कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए आवेदन किया है। इस पर सरकार की ओर से जल्द फैसला आ सकता है। विदेशी टीकों के आयात से भारत के टीकाकरण अभियान की रफ्तार में और तेजी आने की संभावना है।
Major Dhyan Chand: का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखा जाएगा
सिंगल डोज वाली कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी
इससे पहले सोमवार को कंपनी ने कहा था कि वह भारत में अपनी सिंगल डोज वाली कोरोना वैक्सीन लाने के लिए प्रतिबद्ध है और भारत सरकार के साथ चल रही चर्चा के लिए तत्पर है। जॉनसन एंड जॉनसन इंडिया के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि 5 अगस्त, 2021 को जॉनसन एंड जॉनसन प्राइवेट लिमिटेड ने भारत सरकार को अपनी सिंगल डोज वाली कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी के लिए आवेदन दिया है।
जॉनसन एंड जॉनसन COVID-19 वैक्सीन की आपूर्ति करने में मदद
कंपनी की ओऱ से बयान में कहा गया है कि बायोलॉजिकल ई हमारे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा जो हमारे जॉनसन एंड जॉनसन COVID-19 वैक्सीन की आपूर्ति करने में मदद करेगा। हमारे पास सरकारों, स्वास्थ्य अधिकारियों और संगठनों जैसे कि Gavi और COVAX सुविधा के साथ व्यापक सहयोग और साझेदारी के माध्यम से है।
जॉनसन एंड जॉनसन COVID-19 वैक्सीन की आपूर्ति करने में मदद
जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन की इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल के प्रभावकारिता और सुरक्षा डेटा पर आधारित है। जिसमें कहा गया है कि इसकी सिंगल-शॉट वैक्सीन अध्ययन किए गए सभी क्षेत्रों में गंभीर बीमारी को रोकने में 85 प्रतिशत प्रभावी है और COVID-19 से संबंधित अस्पताल में भर्ती होने में कमी लाती है। इसके साथ ही मृत्यु दर में भी कमी लाती है। ये प्रभाव वैक्सीन लेने के 28 दिनों के बाद दिखते हैं। अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी ने इसी साल अप्रैल में अपनी कोरोना वैक्सीन के भारत में ट्रायल के लिए आवेदन दिया था। हालांकि, उस समय खून के थक्के बनने की शिकायतों के बाद अमेरिका में इसका ट्रायल बंद था।
pothole-free roads: रखने हेतु योजनाबद्ध ढंग से करें कार्य: CS