मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का अचानक दिल्ली रवाना होने पर यह अटकलें लगाई जा रही थी कि भाजपा हाईकमान फिर से मुख्यमंत्री का बदलाव कर सकता है और यह जिम्मेदारी राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी या केंद्र मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को दे सकती है। गौरतलब है की प्रदेश के लोगो में भी यही बात चल रही है की मुख्यमंत्री बदलेगा की नहीं क्यों की लोगो को जो उम्मीदें मुख्यमंत्री से थी उसमे वह खरा नहीं उतर पाए ऐसा विपक्ष का कहना है लेकिन मौजूदा मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का कार्यकाल 10 सितंबर तक का ही है अगर इससे पहले उपचुनाव हो जाते हैं तो उनके मुख्यमंत्री बने रहने के आसार हैं अगर उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग पाबंदी जारी रखता है तो ऐसे यह तय है कि एक बार फिर उत्तराखंड को नया मुख्यमंत्री मिल सकता है। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी सक्रिय है।
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Kumaun University: एसएसजे के एमएड के विद्यार्थियों ने किया नुक्कड़ नाटक
अल्मोड़ा:- कुमाऊं विश्वविद्यालय (Kumaun University) के एसएसजे परिसर में एमएड तृतीय सेमेस्टर की दस दिवसीय कार्यशाला के आयोजन के दौरान सफाई अभियान चला जागरुकता...