प्रधानमंत्री के आवास पर जम्मू-कश्मीर को लेकर सर्वदलीय बैठक

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर जम्मू-कश्मीर को लेकर सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेने के लिए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और प्रदेश भाजपा के तीनों नेता बुधवार को दिल्ली पहुंच गए। नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष डा. फारूक अब्दुल्ला गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी पहुंचेंगे। नेकां व पीडीपी समेत अधिकांश दलों ने साफ कर दिया है कि वह जम्मू-कश्मीर से जुड़े अपने पुराने एजेंडे पर ही बात करेंगे। पैंथर्स पार्टी के अध्यक्ष प्रो. भीम सिंह, जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के चेयरमैन सैयद अल्ताफ बुखारी और पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन, मुजफ्फर हुसैन बेग पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी के साथ गुरुवार (24 जून) को वार्ता होनी है।

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उधर, आतंकियों की हरकतों को देखते हुए सुरक्षा बलों के लिए जम्मू कश्मीर मे 48 घंटे का हाई अलर्ट का एलान किया गया है। 24 को इंटरनेट सेवा को सस्पेंड किया जा सकता है।

अहम मानी जा रही बैठक

उल्लेखनीय है पांच अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम लागू किए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनीतिक प्रक्रिया आगे बढ़ाने के लिए पहली बार केंद्र शासित प्रदेश के मुख्यधारा के राजनीतिक दलों के 14 नेताओं की बैठक बुलाई है। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहेंगे। इसमें हिस्सा लेने के लिए महबूबा बुधवार दोपहर को दिल्ली के लिए रवाना हुई।

पीडीपी और गुपकार के एजेंडे पर बात करेंगे महबूबा

पीडीपी के वरिष्ठ नेता सैयद ताहिर ने कहा कि महबूबा बैठक में पांच अगस्त, 2019 से पहले की संवैधानिक स्थिति की बहाली, राजनीतिक कैदियों की रिहाई का मुद्दा उठाएंगी। जम्मू-कश्मीर में अगर स्थायी शांति बहाली करनी है तो संबंधित सभी पक्षों से बातचीत जरूरी है और यही बात वह बैठक में करेंगी। वह पीडीपी और पीपुल्स एलायंस फार गुपकार डिक्लेरेशन (पीएजीडी) के एजेंडे पर बात करेंगी।

फारूक अब्दुल्ला ने फिर की बैठक

डा. फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। बैठक में जम्मू संभाग के नेता भी शामिल हुए। पूर्व एमएलसी एवं जम्मू संभाग के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा ने कहा कि डा. अब्दुल्ला बैठक में जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के लोगों की भावनाओं का प्रतिनिधित्व करेंगे। वह इस क्षेत्र के सबसे कद्दावर नेता हैं, हमें उनमें पूरी आस्था है। जम्मू-कश्मीर को राज्य बनाए जाने और विधानसभा चुनाव कराए जाने पर नेकां की तरफ से जोर दिया जाएगा। देवेंद्र राणा ने कहा कि बैठक का एजेंडा तय नहीं है, इसलिए डा. अब्दुल्ला मौके पर कोई भी फैसला ले सकते हैं। पार्टी महासचिव अली मोहम्मद सागर ने कहा कि बैठक कामयाब रहेगी, हमें उम्मीद है जो हमारा था, हमें लौटाया जाएगा।

बुखारी ने कहा-उम्मीद है वादे पूरा करेंगे मोदी

जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के चेयरमैन सैयद अल्ताफ बुखारी ने कहा कि अब गुरुवार का इंतजार कीजिए। हम जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक हितों के संरक्षण को सुनिश्चित बनाएंगे। हमें पूरी उम्मीद है कि प्रधानमंत्री मोदी जम्मू-कश्मीर की जनता के साथ किए अपने वादों को पूरा करेंगे। वहीं, पीपुल्स कांफ्रेंस के प्रवक्ता अदनान अशरफ ने कहा कि यहां लोकतंत्र मजबूत हो, लोगों को उनका अधिकार मिले, यही हमारा मकसद है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीए मीर ने कहा कि हम जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने पर जोर देंगे।

जो हमारा था, हम वही मांगेंगे

पीएजीडी के प्रवक्ता मोहम्मद यूसुफ तारीगामी ने कहा कि हम 24 जून की बैठक में वही मांगेंगे जो हमारा था और हमारा है, वह हमारे साथ ही रहना चाहिए। हम अनुच्छेद-370 और 35ए की बहाली की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि शब्बीर अहमद शाह सरीखे कई नेताओं का स्वास्थ्य बिगड़ चुका है। ऐसे सभी नेताओं को रिहा करना चाहिए।

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