मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में नव-नियुक्त ग्राम विकास अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए अपेक्षा की कि आप सभी नियुक्त कार्मिक अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी से निर्वहन करते हुए गांवों को विकसित बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि आपको जो जिम्मेदारी मिल रही है, उसे पहले दिन से ही अपने लिये कड़ा अनुशासन बनाकर प्रारम्भ करें, जो आपको सेवा व जीवन काल में काफी फायदा देगा। उन्होंने गांवों का जिक्र करते हुये कहा कि गांवों के विकास पर ही देश का विकास निर्भर है। उन्होंने कहा कि गांवों तक बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधायें पहुंचाने की जिम्मेदारी सरकार की है, पर इसके साथ ही इन गांवों के अंदर का अवस्थापना सुविधायें मजबूत रखने की महती जिम्मेदारी आपके कंधों पर है।
मुख्यमत्री (Uttarakhand) ने कहा कि गांवों के विकास से जुड़े कार्य संपादन प्रक्रिया आज महत्वपूर्ण कडी है अतः आपको सुनिश्चित करना होगा कि गांवों के अंदर के रास्ते ठीक हों, जल निकासी की व्यवस्था अच्छी हो और राज्य सरकार के तरफ से आने वाले फंड का पारदर्शी तरीके से सही जगह पर उपयोग हो। उन्होंने कहा कि गांवों में अंतिम छोर पर रहने वाले व्यक्ति की मदद हो, उनको राज्य सरकार की सभी योजनाओं और नीतियों का लाभ मिले, इस दिशा में भी आपको काम करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए समर्पित भाव से निरंतर प्रयासरत हैं। विकसित भारत के लिए गांवों की सामाजिक, आर्थिक व्यवस्था को मजबूत करना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमने अंत्योदय के सिद्धांत को अंगीकार करते हुए गांवों के विकास पर विशेष ध्यान दिया है।
ग्राम्य विकास मंत्री श्री गणेश जोशी ने नव-नियुक्त ग्राम विकास अधिकारियों को बधाई व शुभकामना देते हुए कहा कि देश की आत्मा गांवों में बसती है। उन्होंने कहा कि आपको जो जिम्मेदारी दी जा रही है, उसके माध्यम से आपको अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना है।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव श्री आर. के. सुधांशु, सचिव श्री दीपक गैरोला, अपर सचिव/आयुक्त श्री सविन बंसल सहित संबंधित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।