New SSP Ajay Singh : देहरादून के नए एसएसपी बनें अजय सिंह, बताईं अपनी प्राथमिकता

0
451

देहरादून: New SSP Ajay Singh :  शुक्रवार को देहरादून के नवनियुक्त एसएसपी अजय सिंह ने पदभार ग्रहण किया। इस दौरान उन्होंने अपनी प्राथमिकताएं बताईं, उन्होंने कहा कि स्ट्रीट क्राइम पर अंकुश लगाना और नशा तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने प्राथमिकता में है। आगे उन्होंने कहा 2025 तक देवभूमि को ड्रग फ्री बनाना है। शिकायत करने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा।

Major Ashish Dhonchak : पंचतत्व में विलीन हुए मेजर आशीष, तिरंगे से लिपट रोए पिता लालचंद

पीड़ित केंद्रित पोलिसिंग पर होगी पुलिस की प्राथमिकता

इसके साथ ही पुलिस की प्राथमिकता पीड़ित केंद्रित पोलिसिंग पर होगी। किसी भी पीड़ित को भटकने की जरूरत नहीं होगी। इसके अलावा जिस थाना क्षेत्र में लोगों की सुनवाई नहीं होती उनका डाटा तैयार किया जाएगा। एक महीने में समीक्षा कर संबंधित थाना पुलिस के खिलाफ कार्रवाई होगी। इस वक्त जिले में जालसाजों के खिलाफ कड़ी करवाई और कठोर कानून मसलन गैंगस्टर एक्ट में कड़ी करवाई की जा रही है।

एसएसपी (SSP) ने यातायात की समस्या पर कहा कि ये बड़ी समस्या है। ये भी प्राथमिकता में है। इसके जो भी कार्रवाई संभव होगी वह की जायेगी। इसके अलावा समय समय पर बात स्कूल की। मनमानी की आती है। ऐसे में स्कूल प्रबंधन से वार्ता की जायेगी।

एसएसपी अजय सिंह का परिचय

अजय सिंह (Ajay Singh) इससे पहले हरिद्वार (Haridwar) के कप्तान (Capton) थे। अजय सिंह (Ajay Singh) 2014 बैच के आईपीएस अफसर (IPS Officer) हैं। उन्होंने 2005 में प्रादेशिक पुलिस सेवा के जरिए पुलिस में बतौर डीएसपी (DSP) सेवा शुरू की थी। 2018 में उनका प्रमोशन आईपीएस (IPS) में हुआ और उन्हे 2014 बैच मिला। अजय सिंह (Ajay Singh) देहरादून (Dehradun) में एसपी सिटी (SP City) भी रह चुके हैं। जबकि, इससे पहले सीओ सिटी देहरादून, सीओ डालनवाला समेत देहरादून के कई पुलिस सर्किल में रहे हैं। वह हरिद्वार के एसपी (SP Of Haridwar) देहात भी रहे हैं।

देवाल की पहली महिला चालक बनकर बीना बढ़ा रही आर्थिकी, 6 साल पहले चलानी शुरू की थी टैक्सी; रोजाना 2000 की कमाई

आईपीएस बनने के बाद पहला जिला मिला रुद्रप्रयाग

आईपीएस (IPS) बनने के बाद उन्हें पहला जिला रुद्रप्रयाग (Rudraprayag) मिला था। इसके बाद वह पुलिस मुख्यालय में एसपी कार्मिक और इसके बाद 2020 में एसएसपी एसटीएफ (SSP STF) बने थे। उनके कार्यकाल में ही परीक्षा घपलों में कई बड़ी कार्रवाई हुई थी।

Mahadev betting case : कोलकाता-मुंबई समेत कई शहरों में ED की छापेमारी, 417 करोड़ की संपत्ति जब्त

LEAVE A REPLY