स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत हो रहे कार्यों में भ्रष्टाचार संदेह जताते हुए देहरादून के महापौर सुनील उनियाल ‘गामा’ ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड (डीएससीएल) और परियोजना में शामिल एजेंसियों के खिलाफ जांच कराने की अपील की है.
उन्होंने गुरुवार को सीएम को पत्र लिखकर कहा कि स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत निर्माण कार्य गैर जिम्मेदार ठेकेदारों के कारण नागरिकों के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं, जिन्होंने लगातार जन भावनाओं से खिलवाड़ करते हुए शहर के उज्ज्वल भविष्य को अंधेरे में धकेल दिया है.
उन्होंने कहा कि एजेंसियों द्वारा खोदी गई कई अधूरी खाइयां कार्य स्थलों के पास एक आदर्श बन गई हैं। महापौर ने पत्र में कहा कि डीएससीएल और उसके ठेकेदार पाइप लाइन तोड़ने, अनुचित कार्य प्रणाली के कारण सीवर लाइनों को नुकसान पहुंचाने और समय पर उनकी मरम्मत भी नहीं करने के लिए बदनाम हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि सीएम ने स्मार्ट सिटी परियोजना में गैरजिम्मेदाराना काम करने वाली एक एजेंसी को ब्लैक लिस्ट भी कर दिया था, लेकिन इस तरह की कार्रवाई का संबंधित एजेंसियों पर अपने काम में सुधार लाने के लिए कोई असर होता नहीं दिख रहा है. उन्होंने कहा कि डीएससीएल द्वारा पिछले साल नवंबर में शुरू किए गए पलटन बाजार, परेड ग्राउंड और राजपुर रोड के नालों का निर्माण कार्य अभी भी पूरा होने से दूर है.
उन्होंने कहा कि इतने लंबे समय से काम के प्रति इस तरह के गैरजिम्मेदाराना व्यवहार ने नागरिकों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों को भी आंदोलित किया है. महापौर ने निर्माण कार्यों में सामग्री की गुणवत्ता और वित्तीय पहलुओं के संबंध में कई कदाचार का भी आरोप लगाया और सीएम से डीएससीएल और संबंधित एजेंसियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अपील की ताकि इसे भविष्य के लिए एक उदाहरण बनाया जा सके.