क्या डबल मास्क पहनने से कम होता है कोरोना का खतरा ?

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    साल 2021 के गर्मी की शुरुआत में ही कोरोना का डबल म्युटेशन आते ही पुरे देश में कोरोना का कोहराम मच गया है। हर जगह भारत की अर्थव्यसवस्था की बात करने की बजाय लोग कोरोना की बात करते नजर आ रहे हैं। आप को बता दे की कोरोना से बचने का यही तरीका है की भीड़ जैसी जगहों में ना जाएं।
    वहीं आजकल लोग कोरोना काल में डबल मास्क लगाते हुए नजर आ रहे है। क्या डबल मास्किंग करने की जरूरत है ? डबल मास्किंग का मतलब क्या होता है जब इंसान एक मास्क के ऊपर से दूसरा मास्क का प्रयोग करता है उससे डबल मास्किंग कहते हैं।

    डॉ. संजय सरीन

    आप को बता दे की देहरादून के पुलमोनोलॉजिस्ट डॉ. संजय सरीन ने बताया की मास्क अगर कपड़े वाला है तो उसका कोई ज्यादा फायदा नहीं है मास्क कम से कम थ्री प्लाई वाले होने चाहिए और कपड़े वाले मास्क के साथ थ्री प्लाई वाला सर्जिकल मास्क लगाने में वायरस रुक सकता है। साथ ही डॉ. सरीन ने यह भी हिदायत दी की भीड़ भाड़ वाली जगहो में अगर जरुरी ही है तो डबल मास्किंग का प्रयोग करे और जिन लोगो को शुगर व ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों हैं तो उनको वैक्सीनेशन जरूर करा लेनी चाहिए, वैक्सीनेशन से डरने की कोई जरूरत नहीं है। डॉ. सरीन ने यह भी कहा की अगर एन 95 मास्क लगा रहे हो तो उसके साथ डबल मास्क लगाने की कोई जरूरत नहीं है। वहीं डॉ. सरीन ने यह भी कहा की अगर किसी को साधारण खांसी व जुखाम है तो इसको कोरोना न मान ले डॉक्टर से जांच करवाए और उसका इलाज करवाएं। आपको बता दें की अगर लोग डबल मास्किंग का प्रयोग करे तो कोरोना मामलो में 90 प्रतिशत की कमी आ सकती है। भीड़ वाली जगहों में डबल मास्किंग का प्रयोग करें। सर्जिकल मास्क के ऊपर एक कपड़ा मास्क या दो कपड़े मास्क पहनना एक सही तरीका है। इसके साथ ही सबसे ऊपर एक कपड़े का मास्क और अंदर 3 प्लाई मास्क पहनना भी अच्छा उपाय है।

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